संस्थान का इतिहास
राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान - तंजावुर (निफ्टम-टी) खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक अग्रणी अनुसंधान तथा शैक्षणिक संस्थान है। डॉ. वी. सुब्रमण्यन एक प्रख्यात वैज्ञानिक और संस्थापक निदेशक, केंद्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान, मैसूर ने अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, वर्ष 1967 में, तंजावुर, तमिलनाडु भारत में समर्पित नेतृत्व एवं कुशल मार्गदर्शन के अंतर्गत अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला के रूप में धान प्रसंस्करण अनुसंधान केंद्र (PPRC) की शुरुआत की। इसकी स्थापना के समय संस्थान का उद्देश्य उच्च नमी वाले धान के संरक्षण के लिए समाधान खोजना था क्योंकि दक्षिणी भारत में धान की फसल का मौसम दक्षिण पश्चिम मानसून से मिलता-जुलता था। बाद में संस्थान को वर्ष 1972 में धान प्रसंस्करण अनुसंधान केंद्र को राष्ट्रीय प्रयोगशाला के रूप में विकसित किया गया। उन्नयन के समय संस्थान के शासनादेश भी बदल दिए गए और संस्थान के वैज्ञानिकों ने कटाई उपरांत प्रसंस्करण व धान के संरक्षण के लिए प्रौद्योगिकियों की पहचान करने में अपने शोध पर ध्यान केंद्रित किया। वर्ष 1984 में, संस्थान को उसके वर्तमान स्थान तंजावुर में स्थानांतरित कर दिया गया।
कटाई उपरांत प्रसंस्करण, कच्चे कृषि उत्पादों के संरक्षण और मूल्य संवर्धन में अनुसंधान एवं विकास के प्रयासों को मजबूत करने के महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI) ने फरवरी माह के वर्ष 2008 में धान प्रसंस्करण अनुसंधान केंद्र (PPRC) को एक राष्ट्रीय संस्थान के रूप में दृढ़ और उन्नत किया और भारतीय फसल प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान (IICPT) के रूप में इसका नाम बदल दिया।
31 मार्च 2017 को माननीय केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने भारतीय फसल प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान (IICPT) का नाम भारतीय खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान (IIFPT) कर दिया। भारतीय खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी संस्थान गहन अनुसंधान और विकास गतिविधियों के माध्यम से अपने उन्नत रूप में, मछली, मांस तथा डेयरी उत्पादों के प्रसंस्करण सहित सभी खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों के लिए समाधान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
यह संस्थान चोला साम्राज्य की प्राचीन राजधानी और तमिलनाडु के अन्नागार तंजावुर में स्थित है। राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान - तंजावुर (निफ्टम-टी) उच्च-स्तरीय उपकरणों से सुसज्जित अपनी आधुनिक प्रयोगशालाओं के साथ, जैव-प्रसंस्करण, प्रक्रिया और उत्पाद विकास के माध्यम से खाद्यान्न प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन, उप-उत्पाद उपयोग के अनुसंधान एवं विकास कार्य में लगा है।
हमारी खाद्य गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशाला NABL द्वारा मान्यता प्राप्त और FSSAI से संप्रेषित है। हमारे पास एक उच्च तकनीक तथा कुटीर स्तर का खाद्य प्रसंस्करण ऊष्मायन केंद्र तथा प्रशिक्षण केंद्र है। उद्यमियों को नवीन उत्पादों के विकास के लिए अपने नवीन विचारों को रखने में सहायता करने के लिए विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण, सहयोगी सुविधाएं और अन्य सहायता पर वर्ष भर प्रशिक्षण दिया जाता है। राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान - तंजावुर (निफ्टम-टी) खाद्य प्रौद्योगिकी में बी.टेक, खाद्य प्रक्रिया अभियांत्रिकी, खाद्य प्रक्रिया प्रौद्योगिकी व खाद्य सुरक्षा एवं गुणवत्ता आश्वासन में एम.टेक तथा पीएचडी भी प्रदान करता है।