तंजावुर
सोमवार - शुक्रवार: 9:30 - 18:00 / सप्ताहांत पर बंद
श्री चिराग पासवान
श्री चिराग पासवान
माननीय केंद्रीय मंत्री
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI)
श्री रवनीत सिंह बिट्टू
श्री रवनीत सिंह बिट्टू
माननीय राज्य मंत्री
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI)

हमारे बारे में,

राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान, तंजावुर (निफ्टम-टी) में आपका स्वागत है

राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता एवं प्रबंधन संस्थान - तंजावुर (निफ्टम-टी),  खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक अग्रणी अनुसंधान तथा शैक्षणिक संस्थान है। डॉ. वी. सुब्रमण्यन एक प्रख्यात वैज्ञानिक और केंद्रीय खाद्य तकनीकी अनुसंधान संस्थान, मैसूर के संस्थापक निदेशक ने अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, सन 1967 में, समर्पित नेतृत्व और कुशल मार्गदर्शन के अंतर्गत भारत के तमिलनाडु के तिरुवारु में तंजावुर सहकारी विपणन संघ के आधुनिक चावल मिल परिसर में अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला के रूप में धान प्रसंस्करण अनुसंधान केंद्र (PPRC) शुरू किया गया था। स्थापना के समय संस्थान का उद्देश्य उच्च नमी वाले धान के संरक्षण के लिए समाधान खोजना था क्योंकि दक्षिणी भारत में धान की फसल का मौसम दक्षिण पश्चिम मानसून से मिलता-जुलता था।

प्रो. वी. पलनिमुत्तु

प्रो. वी. पलनिमुत्तु, निदेशक, निफ्टम-टी
पिछले कुछ वर्षों में, खाद्य प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन के महत्व को तेजी से महसूस किया जा रहा है। दैनिक आहार के अतिरिक्त, सम्पूर्ण दृष्टिकोण भोजन एवं पोषण सुरक्षा दोनों में इसकी भूमिका पर विचार करता है। यह खाद्य प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप की बढ़ती मांग को स्पष्ट करता है, जो उभरते हितों के साथ-साथ एक अत्यधिक अंतर्विषयक क्षेत्र, खाद्य प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप की बढ़ती मांग की व्याख्या करता है।

निफ्टम-टी के परिसर का वातावरण 

हमारे परिसर में लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग अत्याधुनिक बोर्डिंग सुविधाएं हैं। छात्रों को अपना ख़ाली समय बिताने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ अध्ययन कक्ष, मनोरंजन क्षेत्र, इन डोर एवं आउट डोर खेल की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। निफ्टम-टी में रहने का अनुभव मनोरंजन तथा शिक्षा का मिश्रण है। सम्पूर्ण परिसर में वाईफ़ाई की सुविधा है।

निफ्टम-टी में छात्रों का एक विविध समुदाय है, और प्रस्तावित गतिविधियाँ भी उतनी ही भिन्न एवं विविधतापूर्ण हैं। मनोरंजन से लेकर अतिरिक्त-शैक्षिक या धार्मिक गतिविधियों तक, परिसर में कोई भी क्षण नीरस नहीं होता।